चंद लम्हात गुज़र जाएं तेरे दामन को थामकर ,
इसी अरमान को लेकर ज़िन्दगी क्या थी क्या करली ?
दोस्त सुन लेगा दिल की बात ज़माने से क्या लेना ,
नहीं मालूम था कि कमसिन से मैने दोस्ती कर ली I
चंद लम्हात गुज़र जाएं तेरे दामन ………..
इसी अरमान को लेकर ज़िन्दगी क्या ………..
यूं तो मायूसियां, तन्हाइयां सब कुछ दिया तुमने ,
सह गए हंस के जब तो क्यूं ग़ैर से दोस्ती कर ली ?
चंद लम्हात गुज़र जाएं तेरे दामन ………..
इसी अरमान को लेकर ज़िन्दगी क्या …………
इश्क हो जाएगा रुसबा छलक जाएंगे गर आंसू ,
दर्द के क़हक़हों में ज़ब्त ने खुदकशी कर ली I
चंद लम्हात गुज़र जाएं तेरे दामन …………
इसी अरमान को लेकर ज़िन्दगी क्या ………….
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