Monday 15 December 2014

चाहतों की लहरों को बहने दे किनारों तक …




चाहतों  की  लहरों  को  बहने   दे  किनारों  तक ,
तन्हा   तन्हा  यह  तूफाँ  प्यार  में   बदलता  है I
     रफ्ता  रफ्ता  यह  मंज़र  एक  सुरूर  जैसा  चढ़ ,
     ज़हन-ओ दिल के आँगन में ओस सा पिघलता है I
     चाहतों  की  लहरों  को  बहने   दे  किनारों  तक ,
     तन्हा तन्ह यह तूफाँ  प्यार  में  ………………
तेरी यादों  का मौसम दिल ही  दिल में पलता है .
गेसुओं का हर  बादल  साथ  साथ  चलता  है I
चाहतों  की  लहरों  को  बहने  दे  किनारों  तक,
तन्हा  तन्हा  यह तूफाँ  प्यार  में ………………
     जो  सुकून  का लम्हा मिल सका  न बरसों में ,
     तेरी मुस्कराहट  में  लम्हा   लम्हा  मिलता  है I
     चाहतों  की लहरों  को  बहने दे  किनारों  तक,
     तन्हा तन्हा यह तूफाँ प्यार  में ……………
एक  दुआ का वह  आंसू जो गिरा था दामन में ,     
ऊंचे आसमानो   में   तारों   सा  निकलता  है I
चाहतों की  लहरों  को  बहने  दे किनारों  तक,
तन्हा  तन्हा  यह  तूफाँ  प्यार  में …………..