यह अब्र ए ज़िन्दगी है थोड़ा वक़्त तो लेगा ,
बारिश की दुआओ में यूँ जल्दी नहीं करते I
तिनके समेट कर यह बनाए हैं घरोंदे ,
बसने में ज़िन्दगी की यूँ जल्दी नहीं करते I
कुछ तो ठहर जा आँख के आँसू तो पोंछ लूँ ,
आग़ाज़ ए मुहब्बत है यूँ जल्दी नहीं करते I
आज़माइश इस तरह की मेरी ठीक नहीं है ,
ज़ख्मों को लगाने में यूँ जल्दी नहीं करते I
baynam shayar
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