उदास रातों
के मंज़र मुझे
सताएंगे,
ख़ुदा के वास्ते
तन्हाईओं की बात न कर I
किसी की आँखों के साग़र
मुझे बुलाएंगे,
ख़ुदा के वास्ते गहराईओं की बात
न कर I
उदास रातों
के मंज़र ………………
ख़ुदा के वास्ते
तन्हाईओं ………………
किसी की ज़ुल्फ़
के साए
भी याद आएंगे,
ख़ुदा के वास्ते
परछाइओं की बात न कर I
उदास रातों
के मंज़र ………………..
ख़ुदा के वास्ते
तन्हाईओं ……………….
छलक न जाएं कहीं आँख से
मेरे आंसू,
ख़ुदा के वास्ते शहनाइओं की बात
न कर I
उदास रातों
के मंज़र ………………..
ख़ुदा के वास्ते
तन्हाईओं ……………….
उभर न जाएं
कहीं अनदिखे वह नक्श ए सितम,
ख़ुदा के वास्ते
अंगड़ाईओं की बात न कर I
उदास रातों
के मंज़र ………………….
ख़ुदा के वास्ते तन्हाईओं …………………
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