Friday 20 March 2020



Hi friends Good afteroon
Back after a long time

        Koe Jeevan Mein Aa Gaya Hota,
        Koe   Ek   Geet   Ga  Gaya  Hota.
                    Mere Man Ke  Udaas Basti Mein,
                    Kaash Kuch Rang Laa Gaya Hota.
         Mein Bhe Prame Hun Pyar Ka Pyasa,
         Pyar  Kar  Ke  Yeh  Paa  Gaya  Hota.
                    Jab Bhe Aahat Hue To Yeh Socha,
                    Kash Sach Much Woh Aa Gaya Hota.
         Kat Hee Jate Yeh Zindagi Mere,
         Yadi Koe  Dard  Laa Gaya Hota.

                                                      Beynam Shayar

Thursday 4 July 2019


खुआइश यही है मेरी रहे उम्र भर का साथ ,
लज़्ज़त ए दर्द बस इन्ही लम्बाइओं में है I
      सदिओं का रंज  लम्हों की रुस्वाएओं में है ,
      हर याद तेरी दिल की इन गहराईओं में  है I
कैसे  कहूँ  यह  ज़िंदगी  कितनी उदास  है ,
एहसास  तेरे  होने  का  परछाइओं  में  है I
                                         *Baynam Shayar*

Tuesday 2 October 2018

उदास   रातों   के   मंज़र    मुझे   सताएंगे,
ख़ुदा के  वास्ते  तन्हाईओं  की बात न  कर I
किसी  की  आँखों  के साग़र  मुझे बुलाएंगे,
ख़ुदा के वास्ते गहराईओं  की बात  न  कर I
उदास   रातों   के   मंज़र ………………
ख़ुदा के  वास्ते  तन्हाईओं ………………
किसी  की  ज़ुल्फ़ के  साए  भी  याद आएंगे,
ख़ुदा  के वास्ते  परछाइओं  की बात  न कर I
उदास   रातों   के   मंज़र ………………..
ख़ुदा के  वास्ते  तन्हाईओं ……………….
छलक न  जाएं  कहीं  आँख से  मेरे  आंसू,
ख़ुदा के वास्ते शहनाइओं  की  बात न  कर I
उदास   रातों   के   मंज़र ………………..
ख़ुदा के  वास्ते  तन्हाईओं ……………….
उभर न जाएं कहीं अनदिखे वह नक्श ए सितम,
ख़ुदा  के  वास्ते अंगड़ाईओं की बात न  कर I
उदास   रातों   के   मंज़र ………………….
ख़ुदा के  वास्ते  तन्हाईओं …………………

Saturday 9 September 2017


    तिनके  समेट  कर   यह   बनाए   हैं  घरोंदे ,
    बसने  में  ज़िन्दगी  की यूँ जल्दी नहीं करते I
    कुछ तो ठहर जा आँख के आँसू तो पोंछ लूँ ,
    आग़ाज़ ए मुहब्बत है यूँ  जल्दी नहीं  करते I

Saturday 25 February 2017

तेरा  एहसास  झीलों  की  गहराई   में,
तेरी खुशबू ही बिखरी फ़िज़ाओं में है I
            तू  ही  तू  ए सनम  मेरी आँहों ………
            बढ़ता  हर एक क़दम  तेरे राहों ………
दर्द  सहता हूँ   हँसता  हूँ  तन्हाई  में ,
यह  मज़ा  सिर्फ  तेरी सज़ाओं  में  है I
            तू  ही  तू  ए सनम  मेरी आँहों ………
            बढ़ता  हर एक क़दम  तेरे राहों ………
उछले  पत्थर  भी फूलों की बारिश लगे,
यह मज़ा सिर्फ तेरी अदाओं में  है I
            तू  ही  तू  ए सनम  मेरी आँहों ………
            बढ़ता  हर एक क़दम  तेरे राहों ………
 जिसके लफ़्ज़ों से क़दमों में बेड़ी लगें ,
वह  मज़ा   सिर्फ  तेरी  सदाओं  में  है I
            तू  ही  तू  ए सनम  मेरी आँहों ………
            बढ़ता  हर एक क़दम  तेरे राहों ………
तैरने  की  खुआइश  भी  कहने  लगी ,
डूबने   का   मज़ा   तेरी   बाँहों   में  है I
            तू  ही  तू  ए सनम  मेरी आँहों ………
            बढ़ता  हर एक क़दम  तेरे राहों ………



Thursday 15 September 2016


मेरे मन की उदास बस्ती पर,
गहरे बादल सा छा गया होता I
        कोई जीवन में आ गया होता,
        कोई एक गीत गा गया होता I
मैं भी प्रेमी हूँ प्रेम का प्यासा,
प्रेम कर यह पा गया होता I
        कोई जीवन में आ ………..
        कोई एक गीत गा …………
मेरी साँसों की जलती ज्वाला मैं,
काश कुछ ठण्ड ला गया होता I
        कोई जीवन में आ ……………
        कोई एक गीत गा …………….
जब भी आहट हुई तो यह सोचा,
काश सच मुच वह आ गया होता I
        कोई जीवन में आ …………….
        कोई एक गीत गा ………………
कट ही जाती यह ज़िंदगी सारी,
यदि कोई दर्द ला गया होता I
        कोई जीवन में आ …………..
        कोई एक गीत गा …………

Monday 5 September 2016

 
तू  आफताब  है   तेरा   जल्वा  है  निराला ,           (Ghazal  continue)
पर्दा  यह  उठाने में यूँ   जल्दी  नहीं  करते I
       हर  एक  तबस्सुम  में क्या तूफ़ान छिपा है ,
       तदबीर  जानने  में  यूँ  जल्दी  नहीं  करते I
कुछ तो ठहर जा आँख के आँसू तो पोंछ लूँ ,
आग़ाज़ ए मुहब्बत है यूँ जल्दी नहीं करते I